संदीप एक प्राइवेट कंपनी में ऊंचे पद पर काम करता है। उसके घर में वह सब कुछ है जो पैसों से खरीदा जा सकता है। इसके अलावा उसकी खूबसूरत पत्नी और दो बच्चे भी हैं। सभी उससे बेहद प्यार भी करते हैं। लेकिन फिर भी संदीप को एक बात समझ में नहीं आती थी कि ऑफिस से छूटने के बाद आखिर उसका घर जाने का मन क्यों नहीं करता। क्यों वह किसी ने किसी बहाने से घर से दूर रहने की कोशिश करता।
दरअसल संदीप को ऐसा लगता था कि उसकी पत्नी का स्वभाव चिड़चिड़ा हो गया है । जब भी वह घर जाता है किसी न किसी बात पर उसकी पत्नी उससे झगड़ा करती है।
कई कोशिशों के बाद भी दोनों को कोई वजह नजर नहीं आई दोनों अक्सर बैठ कर बात करते हैं कहीं कोई गड़बड़ भी नहीं थी दोनों एक दूसरे से प्यार भी बहुत करते थे। लेकिन फिर भी कुछ ऐसा था कि तमाम कोशिशों के बावजूद भी घर में खुशी नहीं थी। एक अजीब सी उदासी उनके घर पर छाई रहती थी।
तभी एक रविवार के दिन कुछ मेहमान संदीप के घर आए उन मेहमानों में एक मेहमान वास्तु शास्त्री था। उसने घर के अंदर कदम रखते हैं देखा कि घर बेहद तरीके से सजा हुआ है हर चीज बेहद तरीके से और साफ-सफाई थे अपनी जगह पर रखी गई। लेकिन क्या जिस जगह पर वह सामान रखे गए हैं वह उसकी ठीक जगह है?
@क्या परिवार के लोगों की तस्वीरें जहाँ होनी चाहिए वहाँ हैं?
@क्या घर का मंदिर सही दिशा में है?
उसने एक नजर में ही पूरे घर को देख लिया।
और जाते वक्त उसने संदीप से बस इतना कहा कि कभी वक्त मिले तो किसी वास्तु शास्त्र आचार्य से अपने घर को एक बार जरूर दिखाना।
संदीप ने तुरंत उनको रोककर पूछा मैं समझा नहीं आप क्या कहना..............उन्होंने कहा आपका घर सुंदर है बहुत साफ है लेकिन वास्तु के हिसाब से चीजें उलट-पुलट।
इन्हें तुरंत ठीक किए जाने की जरूरत है। संदीप ने कहा अगर आप जानते हैं तो आप बताएं।
उसके बाद उन्होंने संदीप के घर में महज 10 मिनट में कुछ ऐसे बदलाव किये कि अगले कुछ ही दिनों में घर का माहौल बदल रहा था ।
यह सब कुछ सुनने में उतना ही अजीब है जितना शायद आपको पढ़ने में अजीब लगा हो।
लेकिन यह बिल्कुल सच है घर के अंदर वास्तु के हिसाब से चीजें हो या ना हो लेकिन वास्तु के उलट चीजें होना ठीक नहीं।
असल में हमारे शरीर की तरह हमारा vastu भी पंचतत्व पर ही काम करता है। अगर इन पंचतत्व में तालमेल नही होगा या कहे की ऊर्जा अस्थिर होगी तो हम भी उतने ही अस्थिर होंगे । इसका सीधा असर सबसे ज्यादा उस पर पड़ता है जो घर में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताता है यानी आपकी पत्नी और बच्चे।
अब अगर घर के अंदर five element imbalance हैं तो कोई बार- बार बीमार होगा। किसी का मूड ठीक नही रहेगा।।
अब अगर घर में वास्तु ठीक ना हो तो क्या करें और क्या न करें।।
बेसिक वास्तु को समझते हुए
@मंदिर को सही दिशा में लगाएं North East is best for mandir
@अपने परिवार जनों की तस्वीर east ऑफ northeast दिशा में लगाएं ।।
@ पितृ की तस्वीर southwest mein लगाएं।।
@ किस दिशा में पौधे लगाने हैं North for small plants
@ किस दिशा में पानी लगाना है North, northeast इस good for water element.
ऐसी छोटी-छोटी चीजें है जिनको करके हम घर के अंदर के एनर्जी को बैलेंस कर सकते हैं ।। इन छोटी-छोटी कदमों को उठाकर के हम अपनी जिंदगी को वापस पटरी पर ला सकते हैं
एनर्जी (ऊर्जा) जीवन का मूल है। जिसने इस एनर्जी को कंट्रोल कर लिया उसने जीवन पर काबू पा लिया। इसलिए घर के अंदर नकारात्मक ऊर्जा को किसी कीमत पर जगह न दे।
Rakhie Mishra
Numerologist, Astrologist, Vastu Analyst